काला मोतियाबिंद – Glaucoma क्या है ? इसके लक्षण, कारण और इलाज 

ग्लूकोमा एक गंभीर नेत्र रोग है जिसमें आंख के अंदर दबाव बढ़ जाता है और ऑप्टिक तंत्रिका (आंख के दृश्य तंतु) को नुकसान पहुंच सकता है। इससे अंधापन हो सकता है। “ग्लूकोमा”  यह रोग अंधेपन के मुख्य कारणों में से एक है।

ग्लूकोमा के प्रकार

– अल्ट्रा ओपन एंगल ग्लूकोमा (Open-Angle Glaucoma)

यह सबसे आम प्रकार है। इसमें आंख के अंदर रक्त वाहिकाओं और द्रव प्रबंधन के लिए उचित मार्ग बंद नहीं होते, बल्कि आंख में दबाव धीरे-धीरे बढ़ जाता है।

– एंगल-क्लोज़र ग्लूकोमा (Angle-Closure Glaucoma)

इससे आंख के एक हिस्से के कोण में दबाव बढ़ जाता है, जिससे रक्त वाहिकाएं बंद हो जाती हैं और अचानक अंधापन हो सकता है।

ग्लूकोमा के लक्षण

ग्लूकोमा के लक्षण पहले तो बहुत सूक्ष्म होते हैं, इसलिए कुछ लोगों को इसका पता नहीं चल पाता। 

  • दृष्टि हानि: ग्लूकोमा से पीड़ित व्यक्ति को धुंधली दृष्टि या वस्तुओं को देखने में परेशानी हो सकती है।
  • आँखों में असहनीय दबाव: आपको आँखों में दर्द, जलन या खिंचाव महसूस हो सकता है।
  • परदा या रिंग्स: कुछ लोगों को मंद रोशनी और रिंग्स दिखाई दे सकते हैं, विशेष रूप से रात में।
  • अचानक, आंखों में गंभीर दर्द, मतली, उल्टी और सिरदर्द हो सकता है।
  • जब आँख की एक बाजू में दृष्टि कम हो जाती है: विशेष रूप से अपूर्ण या संकुचित दृष्टिवैषम्य।

ग्लूकोमा के कारण

ग्लूकोमा के कई कारण हो सकते हैं। इसमें आमतौर पर उम्र, आनुवंशिकी और कुछ अन्य बाह्य कारक शामिल होते हैं। 

– आयु: 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में ग्लूकोमा का खतरा बढ़ जाता है।
– आनुवंशिकता: जिन लोगों के परिवार में ग्लूकोमा है, उनमें इसका खतरा अधिक होता है।
– अंतः नेत्र दबाव: आंखों से तरल पदार्थ न निकलने के कारण आंखों में दबाव बढ़ जाता है।
– आघात: ग्लूकोमा आंखों या सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण हो सकता है।
– मधुमेह और उच्च रक्तचाप: इन समस्याओं वाले लोगों में ग्लूकोमा का खतरा बढ़ जाता है।
– आँखों में संक्रमण या सूजन: ग्लूकोमा आँखों में संक्रमण या सूजन के कारण हो सकता है।

ग्लूकोमा का उपचार

दवाइयाँ (Eye Drops/Oral Medication)

ग्लूकोमा के दबाव को नियंत्रित करने के लिए आंखों की ड्रॉप्स का उपयोग करना। ये दवाएं दबाव को कम करती हैं और दृष्टि सुधारने में मदद करती हैं।

लेज़र थेरेपी

लेज़र का उपयोग करके आँख से तरल पदार्थ के निकास का मार्ग सुगम बनाया जाता है। यह प्रक्रिया विशेष रूप से कोण-बंद ग्लूकोमा ( Angle-Closure Glaucoma ) के लिए उपयोगी है।

शल्य चिकित्सा

यदि दवाएं और लेजर थेरेपी काम न करें तो आंखों में दबाव को नियंत्रित करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इसमें ट्रेबेकुलोप्लास्टी या फिल्ट्रेशन सर्जरी शामिल है।

नई दवाइयां और समाधान

विज्ञान और तंत्रज्ञान में प्रगति के कारण ग्लूकोमा के उपचार में नए दृष्टिकोण और दवाएं सामने आई हैं।

आँखों को ग्लूकोमा से सुरक्षित कैसे रखें?

– नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं: यदि आपके परिवार में ग्लूकोमा का इतिहास है, तो 40 वर्ष की आयु के बाद नियमित रूप से आंखों की जांच कराएं।

– आहार और जीवनशैली: संतुलित आहार लें और नियमित व्यायाम करें। इससे रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

– धूम्रपान और शराब पीने से बचें: धूम्रपान और शराब पीने से ग्लूकोमा का खतरा बढ़ सकता है।

– आंखों की सुरक्षा: हल्का सा झटका भी आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, अपनी आंखों की उचित सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है।

ग्लूकोमा एक गंभीर नेत्र रोग है जो दृष्टि हानि का कारण बन सकता है। यद्यपि प्रारंभिक अवस्था में इसका उपचार संभव है, लेकिन अधिक गंभीर अवस्था में दृष्टि स्थायी रूप से समाप्त हो सकती है। समय पर जांच, उचित उपचार और जीवनशैली में बदलाव से ग्लूकोमा को नियंत्रित किया जा सकता है। Glaucoma के बारे मे अधिक जाणकारी और ऊपचार के लिए Hi Tech Eye Surgery Center के यहाँ भेट दे सकते है!

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