मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद चश्मे की आवश्यकता – जानिए महत्वपूर्ण बातें

मोतियाबिंद का ऑपरेशन आज के समय में सबसे सुरक्षित और सफल नेत्र सर्जरी में से एक माना जाता है। इस सर्जरी में धुंधली हो चुकी प्राकृतिक लेंस को निकालकर उसकी जगह कृत्रिम लेंस (Intraocular Lens – IOL) लगाया जाता है। कई लोग सोचते हैं कि ऑपरेशन के बाद उन्हें कभी चश्मे की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता।

ऑपरेशन के बाद चश्मा क्यों लग सकता है।

1. कृत्रिम लेंस का प्रकार

मोतियाबिंद सर्जरी में अलग-अलग प्रकार के लेंस लगाए जाते हैं:

  • मोनोफोकल लेंस: यह लेंस केवल एक दूरी (आमतौर पर दूर की दृष्टि) को साफ करता है। इसलिए नज़दीक के काम जैसे पढ़ना, मोबाइल चलाना, बुनाई आदि के लिए चश्मे की ज़रूरत पड़ सकती है।
  • मल्टीफोकल या ट्राइफोकल लेंस: यह लेंस दूर, नज़दीक और बीच की दूरी सभी के लिए अच्छा विजन देता है। इसके बाद चश्मे की ज़रूरत बहुत कम या बिल्कुल नहीं पड़ती।

2. प्री-एग्जिस्टिंग नंबर (पावर)

कुछ लोगों की आँखों में पहले से ज्यादा पावर (Cylinder या High Number) होता है। ऑपरेशन के बाद भी थोड़ी पावर रह सकती है, जिसके लिए हल्का चश्मा लग सकता है।

3. कॉर्निया का आकार

हर व्यक्ति की कॉर्निया का आकार अलग होता है। कभी-कभी कॉर्निया में हल्का सा एस्टिग्मैटिज्म (Astigmatism) होता है, जिसे सर्जरी के दौरान पूरी तरह ठीक करना मुश्किल होता है। ऐसे में चश्मा मदद करता है।

4. आँख का प्राकृतिक हीलिंग प्रोसेस

सर्जरी के बाद आँखें धीरे-धीरे ठीक होती हैं। इस दौरान विजन में हल्का अंतर आ सकता है। कुछ मरीजों को अस्थायी रूप से चश्मा पहनने की सलाह दी जाती है।

5. उम्र के साथ होने वाले बदलाव

भले ही सर्जरी सफल हो, लेकिन उम्र के साथ आँखों में अन्य समस्याएँ जैसे प्रेसीबायोपिया (नज़दीक देखने की क्षमता का कम होना) आ सकती हैं। ऐसे में पढ़ने के लिए चश्मा ज़रूरी हो सकता है।

आधुनिक विकल्प – चश्मे से छुटकारा

मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद चश्मे की ज़रूरत होना एक सामान्य बात है। यह आपके लगाए गए लेंस के प्रकार, आँखों की बनावट और सर्जरी के बाद के हीलिंग प्रोसेस पर निर्भर करता है। Hi Tech Eye Surgery Centre में आधुनिक तकनीक से मोतियाबिंद सर्जरी की जाती है, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टर आपकी आँखों की पूरी जांच कर आपके लिए सही लेंस का चुनाव करते हैं। यहाँ पर मोनोफोकल, मल्टीफोकल और एडवांस लेंस विकल्प उपलब्ध हैं, जिससे ऑपरेशन के बाद चश्मे की ज़रूरत को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

Hi Tech Eye Surgery Center Branches in Pune

Frequently Asked Questions

1. क्या मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद हमेशा चश्मा लगाना पड़ता है?

नहीं, यह ज़रूरी नहीं है। अगर मल्टीफोकल या प्रीमियम लेंस लगाया गया हो तो चश्मे की ज़रूरत बहुत कम या बिल्कुल नहीं पड़ती। लेकिन मोनोफोकल लेंस के बाद नज़दीक के काम के लिए चश्मा लग सकता है।

2. ऑपरेशन के बाद कितने दिनों में चश्मा बनवाना चाहिए?

आमतौर पर डॉक्टर 4-6 हफ्ते बाद चश्मे का नंबर स्थिर होने पर चश्मा बनाने की सलाह देते हैं।

3. क्या चश्मा न पहनने से आँखों पर असर पड़ता है?

हाँ, अगर डॉक्टर ने चश्मा पहनने की सलाह दी है और आप नहीं पहनते, तो आँखों पर ज़ोर पड़ सकता है, धुंधलापन या सिरदर्द हो सकता है।